Ahankar aur Karma Bandhan
शरीर से जो स्थूल कर्म करते है वह डिस्चार्ज परिणाम और प्रारब्ध है। वह कर्म बंधन का करण नहीं है। अहंकार करने से हम करता होते है और इसी से कर्म बांधते है। जो करता होता है उसीको भोगता होना पड़ता है।इस ब्रह्माण्ड में अनंत आत्मा है और अनंत परमाणु है, जो एक दुसरे के…